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Bihar Elections 2025: आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर तमाम पार्टियां तैयारियों में जोर शोर से जुटी हुई हैं. बिहार की सियासत जाति के इर्द गिर्द घूमती है. जातियों को साधने की कवायद विभिन्न दलों के जरिए की जा रही हैं. पटना के मिलर स्कूल मैदान में आरजेडी की अति पिछड़ा प्रकोष्ठ की ओर से ‘अति पिछड़ा जगाओ तेजस्वी सरकार बनाओ रैली’ का आयोजन किया गया.

इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी समेत आरजेडी के प्रमुख नेता मौजूद रहे. भारी संख्या में अति पिछड़ा समाज के लोग रैली में पहुंचे. विधानसभा चुनाव को देखते हुए रैली का आयोजन किया गया था. अति पिछड़ा समाज को साधने की कोशिश है. बिहार में अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36.01% है जो किसी भी अन्य जातीय समूह से अधिक है. 

तेजस्वी ने अपने संबोधन में कहा कि नीतीश सरकार 20 साल से चल रही है. अब इस सरकार को हटाना है. विधानसभा चुनाव है. बिहार में अब नई सरकार बनानी है. ऐसी सरकार लानी है जो तेजी से पिछड़े अति पिछड़े का विकास करे. एनडीए की सरकार बिहार में 20 साल से है और केंद्र में 11 साल से है, लेकिन सबसे ज्यादा अति पिछड़ा समाज गरीबी में जी रहा है.

नीतीश सरकार में ब्लॉक में बिना चढ़ावा दिए हुए कोई काम नहीं होता है. घुसखोरी राज हो चुका है बिहार. यह खटारा सरकार है. 15 साल बाद गाड़ी खटारा हो जाती है. सरकार 20 साल की हो गई है. इसे बदलना है. तेजस्वी ने कहा कि पूरे बिहार में सबसे ज्यादा हत्या अति पिछड़ा समाज के लोगों की हो रही है.

अति पिछड़ा समाज एक बार मुझे मौका देना सरकार बनाने का. अति पिछड़ा समाज की नौकरी और सुरक्षा की जिम्मेदारी तेजस्वी की होगी. सरकार में आने के बाद किसी भी अपराधी से समझौता नहीं होगा. सीएम नीतीश की हालात खराब है. बीजेपी ने उनको हाईजैक करके रखा है. उनकी उम्र हो चुकी है. मुझे पीड़ा होती है यह देखकर. नीतीश कुमार बार-बार कहते हैं हमारे नेता इधर उधर ले जाते हैं. नीतीश कुमार कहते हैं हमारे नेता हमसे गलती करवा देते हैं. जेडीयू अब समाजवादियों की पार्टी नहीं रह गई है.

नीतीश कुमार के कैबिनेट में जदयू पार्टी से किस नेता को अच्छा मंत्रालय मिला है. नीतीश कुमार थक गए हैं. रिटायर अधिकारी के साथ सरकार चला रहे हैं. नीतीश कुमार के नेताओं की बीजेपी से सेटिंग हो गई है. चुनाव तक बीजेपी नीतीश कुमार का चेहरा लेकर चलेगी. बिहार में महागठबंधन सरकार में जातीय गणना हुई. आरक्षण बढ़ाया गया था. अभी पिछड़ा समाज के लोगों को नौकरी में इसका फायदा होता, लेकिन बीजेपी वालों ने इसे कोर्ट के चक्कर में फंसा दिया है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि संविधान के नौवीं अनुसूची में बढ़े हुए आरक्षण को क्यों नहीं डाला गया? लालू प्रसाद यादव ने प्रधानमंत्री को घुटनों पर झुकाया. देश भर में जातीय जनगणना कराने का निर्णय केंद्र ने झुक कर लिया. यह हमारी मांग थी. वहीं विधानसभा के शताब्दी समारोह में पीएम से मैंने मांग की थी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की, जिसके बाद उन्हे ये सम्मान दिया. आरजेडी से अति पिछड़ों को 2020 विधानसभा चुनाव मे जितना टिकट दिया था, इस बार से ज्यादा टिकट दिया जाएगा.

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